शातिर बडी सफाई से फिर चाल चल गया।
वो देखते ही देखते चेहरा बदल गया।। — सुजान
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kavisujan पर दो शेर kavisujan पर ग़ज़ल, इस तरह पास आ के बैठे… kavisujan पर ग़ज़ल, इस तरह पास आ के बैठे… kavisujan पर ग़ज़ल, इस तरह पास आ के बैठे… kavisujan पर ग़ज़ल, इस तरह पास आ के बैठे… पुरालेख
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